हिंदी कक्षा 8 वीं पाठ 9 साहस के पैर/ Sahas Ke Pair/

पाठ 9 साहस के पैर  

श्री जयशंकर अवस्थी


शब्दार्थ - चिल्ल-पों - हल्ला गुल्ला (शोर करना), सन्नाटा = शांति, लपककर = आगे बढ़कर, ठहाकों = जोर से हँसना, बैसाखी = सहारा, आँखें भर आना = आँसू निकल आना, पीठ थपथपाना = शाबासी देना, धमाचौकड़ी = मस्ती करना, सिसकना = रोना, गुमसुम = चुपचाप, तीर जैसी फब्तियाँ = ताने कसना ।

प्रमुख गद्यांशों की व्याख्या

1. "देखो तुम लोगों का यह नया दोस्त कितने बड़े दुर्भाग्य का शिकार हुआ है अच्छा हो कि तुम इसके साथ सहानुभूति रखो।"

संदर्भ - प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक भारती के पाठ 9 'साहस के पैर' नामक पाठ से लिया गया है इसके लेखक श्री जयशंकर अवस्थी जी हैं।

प्रसंग - प्रस्तुत गद्यांश में प्रेम व सहानुभूति का वर्णन किया है।

व्याख्या - प्रस्तुत गद्यांश के माध्यम से लेखक साहसी बालक के प्रति सहानुभूति रखने को कह रहे हैं तथा कहानी में मास्टर (शिक्षक) बच्चों से कह रहे हैं कि अचल आपका नया दोस्त है तथा वह अपने बुरे भाग्य के कारण बड़े हादसे का शिकार हो गया है, अतः आप इस बालक के साथ सहानुभूति पूर्ण व्यवहार करें।

2. " अब देखो न मेरा नाम अचल है। नाम के अनुसार तो मुझे अडिग, अचल रहना चाहिये पर जरा ये बैसाखियाँ हटा दो, फिर देखो तुरंत सचल न हो जाऊँ तो कहना।"

संदर्भ - प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक भारती के पाठ 9 'साहस के पैर' नामक पाठ से लिया गया है इसके लेखक श्री जयशंकर अवस्थी जी हैं।

प्रसंग - इसमें अपंग अचल के आत्म-विश्वास एवं साहस का वर्णन किया गया है।

व्याख्या - प्रस्तुत पाठ के माध्यम से लेखक ने साहसी अचल का व्यक्तित्व निखारा है अचल बड़ी ही निडरता से कहता है कि मेरा नाम अचल है तथा नाम के अनुसार मुझे एक स्थान पर ही बिना हिले अचल रहना चाहिये, परन्तु ये मेरा सहारा बैसाखियाँ यदि हटा दी जाये तो मैं तुरंत चलायमान होकर दिखा दूँगा, सार यह है कि अचल साहस के साथ अपने साथियों का मुकाबला करता है हर समय साहसपूर्वक व्यंग्यों का सामना करता है।

शब्दार्थ - अडिंग = अटल, शहंशाह = सुल्तान, हैरत = आश्चर्य, कोहराम = हाहाकार, बीहड़ = ऊँचा-नीचा, हक्का- बक्का = आश्चर्य चकित, फब्तियाँ = हँसी उड़ाना, ताने।

प्रश्न और अभ्यास

पाठ से

प्रश्न 1. अचल कौन था ? और वह किस प्रकार शारीरिक चुनौती का शिकार हो गया ?

उत्तर- अचल कक्षा का साहसी विद्यार्थी था, पिता के तबादले पर रास्ते में अचल पानी लेने नीचे उतरा अचानक गाड़ी चलने से पिता. घबराकर चिल्लाने लगे, क्योंकि गाड़ी चल पड़ी थी इसी घबराहट से अचल का पैर स्टेशन पर फिसल गया तथा इसके बाद उसने अपने आप को अस्पताल में पाया तथा डॉ. के बताये अनुसार उसे पता चला कि वह अपने पैर गवाँ चुका है।

प्रश्न 2. अचल को ऐसा क्यों लगा कि किसी ने उसके दिल को मुट्ठी में दबोचकर मसल दिया हो ?

उत्तर - क्योंकि लड़के उसे तैमूर लंग कह कर उसका मजाक उड़ा रहे थे, इसलिए उसे लगा कि किसी ने उसके दिल को मुट्ठी में दबोचकर मसल दिया हो।

प्रश्न 3. अचल को रात को नींद क्यों नहीं आयी ?

उत्तर- अचल का मन साल भर पहले की घटना में उलझ गया था, जिसके द्वारा उसके पैरों की क्षति हुई थी। इस घटना से अचल का मन विचलित हो गया था और माता-पिता के सोने के बाद भी उसे नींद नहीं आ रही थी।

प्रश्न 4. अचल ने कक्षा के साथियों द्वारा उसकी हँसी उड़ाने की प्रवृत्ति का विरोध कैसे किया ?

उत्तर - अचल ने हँसी उड़ाने का प्रतिरोध अपने दोस्तों का मुकाबला उनकी हाँ में हाँ मिलाकर तथा हँसकर बड़े ही साहसपूर्ण तरीके से किया तथा दोस्तों को जवाब में एक गर्वीली मुस्कान के साथ बोला मैंने अपने ऊपर से गुजरती हुई ट्रेन को सहा है, ये हल्के-फुल्के मजाक तथा ताने मेरा क्या बिगाड़ पायेंगे।

प्रश्न 5. 'साहस के पैर' शीर्षक कहानी के माध्यम से कहानीकार पाठकों से क्या कहना चाहता है।

उत्तर - साहस के पैर शीर्षक कहानी के माध्यम से कहानीकार पाठकों से ये कहना चाहते हैं कि हमारे शारीरिक गठन हमारी चाल-ढाल पर छींटाकशी करने वाले अनेक होंगे, परन्तु इन व्यंग्यों का सामना यदि साहसपूर्वक तरीके से करें तो हम छींटाकशी करने वाले को वाक्चातुरी से निरुत्तर कर सकते हैं। साहस के पैर कभी न थकने वाले होते हैं।

प्रश्न 6. कहानी का प्रधान चरित्र 'अचल' का व्यक्तित्व अपनी चुनौतियों के साथ हमें बेहद प्रभावित करता हे। क्योंकि ?

उत्तर - साहसी अचल का व्यक्तित्व को निखारा है अचल बड़ी ही निडरता से कहता है कि मेरा नाम अचल है तथा नाम के अनुसार मुझे एक स्थान पर ही बिना हिले अचल रहना चाहिए, परन्तु ये मेरा सहारा बैसाखियाँ है, फिर भी वह अपने साथियों से मुकाबला करता है जो हमें बेहद प्रभावित करता है।

प्रश्न 7. किसने, किससे कहा ?

(क) "बैठो बेटे। बैठे रहो। यह सब कैसे हो गया ?"

उत्तर - शिक्षक ने अचल से कहा।

(ख) दोस्तों! भूगोल के मास्टर जी आते हैं तो अपने साथ नक्शा लाते हैं।

उत्तर-मोटे-नाटे कद के लड़के ने अन्य लड़कों से कहा।

(ग) "रहने दो अचल। अगले स्टेशन पर ले लेंगे।"

उत्तर- पिता ने अचल से कहा।

(घ)"बा अदब ! बा मुलाहिजा ! होशियार ! शहंशाह तैमूर लंग तशरीफ ला रहे हैं।"

उत्तर-मोटे-नाटे लड़के ने अन्य लड़कों से कहा।

(ङ) क्यों बे तुझे तैमूर लंग नाम पसन्द आया क्या ?

उत्तर-मोटे लड़के ने अचल से कहा।

पाठ से आगे

3. "चलती ट्रेन में चढ़ना-उतरना दुर्घटना को आमंत्रण देना है।" इस कथन पर समुह में चर्चा कीजिए एवं इससे बचने के लिए क्या-क्या सावधानियाँ अपेक्षित है ? लिखिए।

उत्तर - चलती ट्रेन में चढ़ना-उतरना खतरनाक होता है। हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर ट्रेन चल पड़ी है और हमे उतरना है तो ट्रेन की चैन खींच दें, और उतर जायें ट्रेन में चढ़ने के लिए ट्रेन चलने के पहले बैठ जायें दुर्घटना से बचने के लिए ये सावधानी बरतनी चाहिए।

भाषा से

प्रश्न 1. पाठ में तीखापन एवं घबराहट शब्द आया है जो कि भाववाचक संज्ञा है। यह शब्द तीखा विशेषण में 'पन' प्रयत्न लगाने से बना है अर्थात् तीखा होने का भाव उसी तरह से घबराना क्रिया में 'आहट' प्रत्यय के योग से बना है घबराहट अर्थात् घबराने का भाव इसी प्रकार इन दोनों प्रत्यय का प्रयोग करते हुए दस-दस नए शब्द बनाइए। 

उत्तर - 'पन' प्रत्यय लगाकर - लड़कपन, बालपन,अपनापन, बड़प्पन, बहरेपन, अंधेपन, गुंगेपन, बहरेपन, पागलपन।

 'आहट' प्रत्यय लगाकर - सनसनाहट, गुनगानाहट, भिन- भिनाहट, तिलमिलाहट, मुस्कुराहट, हकलाहट, चिड़चिड़ाहट,अकुलाहट ।

प्रश्न 2. प्रस्तुत पाठ में 'चल' धातु में 'अ' उपसर्ग लगाकर 'अचल' शब्द का प्रयोग हुआ है। जिसमें 'अ' का अर्थ नहीं या मनाही के भाव है जैसे अचल का अर्थ जो चल नहीं सकता, स्थिर, ठहरा हुआ। 'अ' उपसर्ग युक्त शब्दों जैसे (अप्रिय, अप्राप्य, अहित, अघोष, अनाथ, अरुचि, असह्य) आदि के विलोम शब्द लिखिए।

उत्तर - विलोम शब्द - प्रिय, प्राप्य, हित, घोष, सनाथ, रुचि लम्य, सहाय।

प्रश्न 3. प्रस्तुत पाठ में 'घंटाघर' शब्द का प्रयोग हुआ है। यह शब्द' घंटा' और 'घर' दो शब्दों के मिलने से बना है। इसका अर्थ है 'घंटा' का घर'। 'का' विभक्ति हटाकर यह शब्द बना है। विभक्ति चिन्ह हटाकर जो सामासिक शब्द बनाए जाते हैं, वे तत्पुरुष समास कहलाते हैं। अब आप निम्नलिखित सामासिक शब्दों का विग्रह कर समास का नाम लिखिए -

रसोईघर, राजपुत्र, राजभवन, देशसेवा, राजदरबार, विद्यासागर ।

उत्तर-                  विग्रह                  समास का नाम

रसोईघर       रसोई के लिये घर           तत्पुरुष समास

राजपुत्र        राजा का पुत्र                  तत्पुरुष समास

राजभवन       राजा का भवन            तत्पुरुष समास

देश सेवा        देश की सेवा                 तत्पुरुष समास

राज दरबार     राजा के लिये दरबार         तत्पुरुष समास

विद्यासागर   विद्या के लिये सागर          तत्पुरुष समास

प्रश्न 5. पर्यायवाची शब्द की सही जोड़ी मिलाकर लिखिए।

उत्तर-  (अ)           (ब)

मोटा                   स्थूल

नाटा                  ठिगना

गरीब                  निर्धन

बादशाह            शहँशाह

नक्शा               मानचित्र

पग                    पैर

फिक्र                 चिन्ता

अचल                अडिग

साहस                हिम्मत 


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