विषय: शाला प्रबन्धन समिति की तृतीय बैठक के लिए एजेंडा।
सन्दर्भः उक्त बैठक के आयोजन हेतु पूर्व में जारी दिशानिर्देश एवं बजट
राज्य में सभी शासकीय शालाओं में इस मंत्र में शाला प्रबन्धन समिति की कुल तीन बैठकों के आयोजन हेतु कुल 1200/- अर्थात प्रति बैठक रुपए 400/- का आवंटन किया गया है । शाला प्रबन्धन समिति की तृतीय बैठक के आयोजन हेतु एजेंडा इस पत्र के साथ संलग्न कर भेजा जा रहा है. बैठक के आयोजन में निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखें-
1. बैठक में सभी शाला प्रबन्धन समिति के सदस्यों की सुविधा के अनुसार समय का निर्धारण कर शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें। इस बैठक में शिक्षा में रूचि लेने वाले इच्छुक सदस्यों को भी शामिल करें ।
2. बच्चों के माध्यम से इस बैठक में उपस्थिति हेतु आमंत्रण पत्र भिजवाते हुए उपस्थिति के लिए अनुरोध करें ।
3. बैठक में उपस्थित प्रतिभागियों के लिए स्वल्पाहार आदि की व्यवस्था जारी बजट से किया जाना सुनिश्चित करें।
4. बैठक में स्थानीय आवश्यकता वाले प्रमुख मुद्दों को अवश्य शामिल करें।
5. बैठक का विवरण एवं फोटोग्राफ सोशियल मीडिया एवं समाचार पत्रों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करें ।
6. स्कूलों एवं शाला प्रबन्धन समिति के सदस्यों को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ें ताकि उनके साथ आगे निरंतर संपर्क में रहा जा सके एवं महत्वपूर्ण सूचनाओं को साझा किया जा सके - https://t.me/+1UdHdqRVS4tiNjJI
संलग्नः शाला प्रबंधन समिति की तृतीय बैठक का तालमेल।
(प्रबंध संचालक महोदय द्वारा अनुमोदित)
शाला प्रबन्धन समिति की तृतीय बैठक के लिए सुझावात्मक एजेंडा बैठक दिनांक 20.01.23
स्थल- आपका स्कूल परिसर
1. निपुण भारत अभियान (FLN) से परिचय ( सामग्री का अध्ययन) एवं निपुण भारत शपथ दिलवाना ।
2. शाला में बच्चों की FLN के लक्ष्यों के अनुरूप स्थिति एवं उनमें सुधार हेतु आवश्यकउपाय।
3. माताओं के उन्मुखीकरण के माध्यम से बच्चों में सुधार हेतु अंगना में शिक्षा कार्यक्रम
4. शालाओं में गुणवता परक शिक्षा हेतु सोशियल आडिट का आयोजन।
5. अर्ध वार्षिक परीक्षा / बेसलाइन के परिणामों पर चर्चा एवं सुधार के लिए रणनीति ।
6. शाला को अब तक प्राप्त विभिन्न अनुदान / इन्टरनेट/ प्रिंट रिच एवं अन्य मदों में प्राप्त बजट एवं उनके उपयोग की स्थिति की जानकारी एवं उपलब्ध बजट को माह फरवरी, 23 तक व्यय करने हेतु प्रस्ताव ।
7. तीन वर्षीय शाला विकास योजना का प्रस्तुतीकरण एवं योजना के अनुसार क्रियान्वयन की स्थिति ।
8. बच्चों की गुणवत्ता में सुधार हेतु सुपर पढ़वईया योजना से परिचय एवं शाला के पंजीयन एवं तैयारी की स्थिति ।
9. कमजोर या लंबी अनुपस्थिति वाले बच्चों को शाला में नियमित उपस्थित होने हेतु रणनीति ।
10. उपचारात्मक शिक्षण के अंतर्गत किए जा रहे विभिन्न कार्यों यथा विशेष कोचिंग कक्षाओं का आयोजन, आनलाइन कक्षाएं, टेली-प्रेक्टीज का उपयोग, अभ्यास पुस्तिकाओं पर कार्य, हस्तलेख सुधारने हेतु उपाय
11. पुस्तकालय का नियमित उपयोग एवं बच्चों के पढ़ने की स्पीड एवं समझ में बुद्धि हेतु उपाय ।
12. प्रत्येक प्राथमिक शाला में बच्चों की भाषा के उपयोग हेतु डिक्शनरी / वार्तालाप पुस्तिका तैयार करना ।
13. शाला में उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग हेतु शाला परिसर का भ्रमण कर सुझाव देना।
14 बच्चों को खेलने हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं एवं बस्ता विहीन शनिवार के लिए समुदाय का सहयोग ।
15. शाला सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों की जानकारी प्राप्त करना एवं सुरक्षा औडिट करना।
16. ग्रीष्मकाल में समर कक्षाओं के आयोजन के लिए आवश्यक तैयारी ।
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