पर्यावरण कक्षा 5 अध्याय 27 छत्तीसगढ़ का सपूत

 


मौखिक प्रश्न 

प्रश्न 1. वीर नारायण सिंह का बलिदान दिवस कब मनाया जाता है ? 

उत्तर- वीर नारायण सिंह का बलिदान दिवस 10 दिसम्बर को मनाया जाता है ।

प्रश्न 2. वीर नारायण सिंह ने किससे लोहा लिया ?

उत्तर - उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया।

प्रश्न 3. सोनाखान छत्तीसगढ़ के किस जिले में है ? 

उत्तर- सोनाखान छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में है । 

लिखित प्रश्न 

प्रश्न 1. वीर नारायण सिंह ने अपनी जनता के लिए क्या प्रयास किए ? 

उत्तर - वीर नारायण सिंह ने अपनी जनता के लिए भरसक प्रयास किए । उन्हें खाने के लिए मुफ्त अनाज बाँटा । उन्होंने व्यापारियों से उधार लेकर भी अपनी जनता को अनाज बाँटा । जब एक व्यापारी ने अनाज देने से मना किया तो उन्होंने व्यापारी का ताला तोड़कर गोदाम का अनाज जनता में बाँट दिया ।

प्रश्न 2. वीर नारायण सिंह को फाँसी की सजा क्यों दी गई ? उत्तर- क्योंकि उन्होंने अंग्रेजों की सेना से युद्ध किया था । अत : उन पर मुकदमा चलाया गया और उन्हें फाँसी की सजा दी गई ।

प्रश्न 3. अंग्रेजों ने वीर नारायण सिंह को जेल में क्यों डाल दिया ? 

उत्तर- वीर नारायण सिंह ने जिस व्यापारी के गोदाम का अनाज जनता को बाँट दिया था उस व्यापारी ने इस बात की शिकायत अंग्रेज अफसर से की थी । अंग्रेजों ने नारायण सिंह पर डकैती का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया था । 

खोजो आसपास 

प्रश्न 1. छत्तीसगढ़ के और वीर सपूतों की जानकारी प्राप्त कर उनके द्वारा किए गए कार्यों को लिखो । 

उत्तर- ( 1 ) वीर सुरेन्द्र साय - सम्बलपुर रियासत के उत्तराधिकारी थे । अंग्रेजों ने उनका राज्य छीन लिया था , अत : सुरेन्द्र साय ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया । उन्होंने अंग्रेजों से कई लड़ाइयाँ जीतीं अन्त में 23 जनवरी , सन् 1862 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया । 28 फरवरी , सन् 1884 को उनकी मृत्यु हो गई । सुरेन्द्र साय को सन् 1857 के महाविद्रोह का अन्तिम शहीद कहा जाता है । 

( 2 ) वीर हनुमान सिंह - रायपुर फौजी छावनी में मैग्जीन लश्कर हनुमान सिंह ने रायपुर में विद्रोह का नेतृत्व किया । 18 जनवरी , सन् 1858 को हनुमान सिंह ने तीसरी टुकड़ी के सार्जेन्ट मेजर सिडवेल की उसके घर में घुसकर हत्या कर दी । इसके बाद उसने सिपाहियों को विद्रोह के लिए भड़काया । वीर हनुमान सिंह को छत्तीसगढ़ का मंगल पाण्डे कहा जाता है ।

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