पर्यायवाची शब्द संस्कृत में
(संस्कृत व्याकरण) किसी शब्द के लिए प्रयोग किए गए समानार्थक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। जो शब्द अर्थ की दृष्टि से समान होते हैं, पर्यायवाची शब्द पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं। पर्यायवाची शब्द किसी भी भाषा की सबलता की बहुता को दर्शाता है। जिस भाषा में जितने अधिक पर्यायवाची शब्द होंगे, वह उतनी ही सबल व सशक्त भाषा होगी। इस दृष्टि से संस्कृत सर्वाधिक सम्पन्न भाषा है। भाषा में पर्यायवाची शब्दों के प्रयोग से पूर्ण अभिव्यक्ति की क्षमता आती है।
Paryayvachi In Sanskrit
हिन्दी व्याकरण की तरह ही संस्कृत व्याकरण में पर्यायवाची होते हैं। पर्याय का अर्थ है-समान। अतः समान अर्थ व्यक्त करने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द (Synonym words) कहते हैं। इन्हें प्रतिशब्द या समानार्थक शब्द भी कहा जाता है। व्यवहार में पर्याय या पर्यायवाची शब्द ही अधिक प्रचलित हैं। विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु पर्यायवाची शब्दों की सूची प्रस्तुत है-
संस्कृत के प्राचीन पर्यायवाची – Sanskrit Ke Prachin Paryayvachi
पर्यायवाची शब्द की परिभाषा
किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। यद्यपि पर्यायवाची शब्द समानार्थी होते हैं किन्तु भाव में ये एक-दूसरे से किंचित भिन्न होते हैं। सरल शब्दों में जिन शब्दों के अर्थ में समानता होती है, उन्हें समानार्थक, समानार्थी या पर्यायवाची शब्द कहते हैं।संस्कृत के प्राचीन पर्यायवाची: केवल पर्यायवाची भी बने, और कुछ कोश— विश्वप्रकाश, मेदिनी, नानार्थार्णवसंक्षेप— आदि नानार्थकोश ही है। ‘वर्णादेशना’ सदृश कोशों को छोड़कर संस्कृत कोश प्रायः ‘निरुक्त ग्रंथों’ के अनंतर संस्कृत के प्राचीन और मध्यकालीन कोश हमें उपलब्ध होते हैं। इस संबंध में ‘मेक्डानल्ड’ ने माना है कि संस्कृत कोशों की परंपरा का उद्भव—
संस्कृत के पर्यायवाची शब्द
संख्या | संस्कृत शब्द | पर्यायवाची |
1. | स्वर्गः | नाकः, सुरलोकः, देवलोकः, त्रिशालयः |
2. | देवता | अमरः, निर्जरः, देवः, तुरः आदित्यः |
3. | असुरः | दैत्यः, दनुजः, दून्द्रारिः, दानवः, राजतः |
4. | ब्रह्मा | आत्ममूः, सुरज्येष्ठः, पितामहः, हिरण्यगर्भः |
5. | विष्णु | नारायणः, दामोदरः. गोविन्दः, गरुड़ध्वजः |
6. | कामदेवः | मदनः, मन्मयः, मारः, प्रद्युम्नः, कन्दर्य: |
7. | लक्ष्मी | पद्मालया, पद्मा, कमला, त्री, हरिप्रिया |
8. | गरुडः | तार्क्ष्यः, वैनतेयः, खगेश्वरः, नागान्तकः |
9. | शिवः | शम्भु, पशुपतिः, महेश्वरः, शंकरः, चन्द्रशेखरः |
10. | पार्वती | उमा, कात्यायनी, गौरी, हैमवती. शिवा, भवानी |
11. | गणेशः | विनायकः, गणाधिपः, एकदन्तः, तम्बोदरः, गजाननः |
12. | इन्द्रः | मरुत्वान्, मघवा, पुरन्दरः, वासवः, सुरपतिः |
13. | नारदः | तुम्बुरू, भरतः, देवलः, देवर्षिः |
14. | अमृत | पीयूषम्, सुधा, अमिय |
15. | अग्नि | वैश्वानरः, वह्निः, धनञ्जयः, जातवेदा, पावकः |
16. | यमराजः | धर्मराजः, परेतराट्, कृतान्तः, शमनः, कालः |
17. | वायुः | गन्धवाहः, अनिलः, समीरः, मारुतः, समीरण |
18. | शीघ्रम् | त्वरितम्, क्षिप्रम्, द्रुतम्, सत्वर, चपलम् |
19. | लगातार | सतत, अनारत, अश्रान्त, अविरत, अनवरत |
20. | कुबेरः | यक्षराट, धनदः, किन्नरेशः, नरवाहनः श्रीदः |
21. | आकाश | व्योम, पुस्कर, अम्बर, गगन, अनन्त |
22. | दिशा | दिक्, ककुप, काष्ठा, आशा, हरित् |
23. | मेघः | वारिवाहः, बलाहकः, धाराधरः, जलधरः. घनः |
24. | विद्युत् | शम्पा, ऐरावती, क्षणप्रभा. तडित्. चञ्चला |
25. | चन्द्रमा | हिमांशु, चन्द्रः, विधुः, सुधांशु. मृगाङ्कः, शशधरः |
26. | चाँदनी | चन्द्रिका, ज्योत्स्ना, कौमुदी |
27. | नक्षत्र | ऋक्षम्, भं, तारा, तारका, उडु |
28. | सूर्यः | सूरः, आदित्यः, प्रभाकरः, भानु, सविता |
29. | किरण | रश्मि, करः, उस, घृणि, मरीचि |
30. | काल | समयः, दिष्टः, अनेहा |
31. | दिवसः | घसः, दिनम्, अहन्. वासरः |
32. | रात | शर्बरी, निशा, रात्रि, क्षणदा, विभावरी, रजनी |
33. | पाप | पङ्कः, पाप्मा, किल्विषः, कल्मषः, अंहस्, दुष्कृतम् |
34. | पुण्य | धर्मम्, श्रेयम्, सुकृतम्, वृषः |
35. | हर्ष | प्रीति, प्रमदः, प्रमोदः, आमोदः, शातम्, सुखम् |
36. | कल्याण | श्वस्, श्रेयस्, शिव, भद्रं, मङ्गलं, भव्यम्, कुशलं |
37. | भाग्य | दैवमा, दिष्टम्, भागधेयम्, नियति, विधिम् |
38. | प्राणी | चेतन, जन्मी, जन्तुः, जन्युः, शरीरी चित्त, |
39. | मन | चेत, हृदय, स्वान्त, मानस, मनस् |
40. | बुद्धि | मनीषा, धी, प्रज्ञा, मति, प्रेक्षा, चेतना |
41. | संदेह | विचिकित्सा, संशय, द्वापरः |
42. | स्वीकारना | प्रतिज्ञानम्, नियम, आश्रव, अङ्गीकारः |
43. | मोक्ष | मुक्ति, कैवल्य, निर्वाण, अपवर्गः |
44. | काला रंग | कृष्णः, नीलः, असितः, श्यामः, श्यामलः, मेचकः |
45. | सरस्वती | वाणी, ब्राह्मी, भारती, भाषा, गी, वाक् |
46. | बोली | व्याहारः, उक्ति, लपित, भाषित, वचन, वचस् |
47. | समाचारः | वार्ता, प्रवृत्ति, वृत्तान्तः, उदन्तः |
48. | निन्दा | अवर्ण, आक्षेप, निर्वाद, परीवाद, उपक्रोशः |
49. | शब्द | निनादः ध्वनिः, ध्वानः, रवः, निर्घोषः |
50. | नृत्य | नटन, नाट्य, लास्य, नर्तन |
51. | अपमान | अनादरः, परिभव, रीठा, अवमानना, अवज्ञा, अवहेलन |
52. | लज्जा | मन्दाक्ष, त्रपा, व्रीडा, ही |
53. | क्रोध | कोपः, अमर्षः, रोषः, प्रतिधा |
54. | इच्छा | काङ्क्षा, स्पृहा, ईहा, वाञ्च्छा, लिप्सा, मनोरथः |
55. | कपट | व्याज, दम्भ, उपधि, कैतवम्, निकृति |
56. | खेल | कौतूहल, कौतुक, कुतुक, कुतूहलम् |
57. | निद्रा | शयन, स्वाप, स्वप्न, संवेशः |
58. | स्वभाव | संसिद्धि, प्रकृति, स्वभावः, निसर्गः |
59. | उत्सव | क्षणः, उद्धर्षः, महः, उद्धवः |
60. | विवर | कुहर, शुषिर, बिल, छिद्र, रन्ध्र, वपा |
61. | साँप | सर्पः, भुजंगः, अहिः, विषधरः, चक्री, व्याल |
62. | नरक | नारकः, निरयः, दुर्गति. |
63. | समुद्र | सिंधु, पारावारः, रत्नाकरः, सागरः |
64. | पानी | वारि, सलिल, जलम्, पय, जीवन, उदक, तोय |
65. | मछली | झष, मीन, मत्स्य, अंडज, विसार, शकुली |
66. | नदी | तटिनी, शैवालिनी, निम्नगा, आपगा, सरिता |
67. | गंगा | विष्णुपदी, जह्नतनया, भागीरथी, त्रिपथगा |
68. | यमुना | कालिन्दी, सूर्यतनया, शमनस्वसा |
69. | नर्मदा | रेवा, सोमोद्भवा, मेकलकन्यका |
70. | कमल | राजीव, पुष्कर, सरसीरुह, अरविन्द, जलज |
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