विद्यालय परिचय
विद्यालय का नाम शासकीय प्राथमिक शाला तुलसी संकुल कोसरंगी विकास खंड आरंग जिला रायपुर है।जो सन 1949 से संचालित है। जब मैं स्थानांतरण के पश्चात आया तो बहुत से मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ अनेक क्षेत्रो में पिछड़े हुए थे,जैसे 100% उपस्थिति, नामांकन ,सफाई एवं स्वच्छता ,मध्यान भोजन हेतु थाली, सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु वेशभूषा साज-सज्जा की कमी, पेयजल हेतु टंकी, कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए टाई बेल्ट बैग,विद्यालय की दीवारों का आकर्षक ना होना चार दीवाली बाउंड्री वाल , गेट निर्माण ,मुत्रालय शौचालय हेतु सोक्त्ता निर्माण जैसे भौतिक सुविधाओं की कमी के साथ साथ शिक्षा से दूर पालको में उदासीनता आदि।
मेरे शिक्षकीय कार्य
कक्षा अध्यापन की तैयारी
100% उपस्थिति एवं नामांकन के क्षेत्र
सभी बच्चे शाला में प्रवेश करें इसके लिए मेरे एवं विद्यालय के शिक्षकों द्वारा पालकों का सम्मेलन, smc बैठक, गांव में मुनादी, माता उन्मुखीकरण, युवा साथियों के साथ घर-घर चलो, मोबाइल पालक संपर्क अभियान, साक्षरता रैली, विद्यालय के राष्ट्रीय त्योहारों में शिक्षा का महत्व नामक नाटक का मंचन व संबोधन।
परिणाम -विद्यालय में आज100% प्रवेश एवं नामांकन हैंl
शाला त्याग दर पर काम
अपने गांव के बच्चे विद्यालय से छूटे ना इसके लिएsmc सदस्यों एवं पालकों का विद्यालय स्तर पर बैठक ,सर्वे ,smc सदस्यों एवं ग्राम प्रमुखों के साथ घर-घर चलो अभियान ,चौक चौराहा में लाउडस्पीकर के माध्यम से संबोधन व शिक्षा के महत्व को बताना साक्षरता रैली, मुनादी आदि माध्यम से पहल ।
परिणाम -आज कोई भी बच्चा शाला त्यागी नहीं है lजो पालक पलायन में जाते हैं, वह अपने घर के बड़े बुजुर्गों के पास अपने बच्चे को छोड़कर जाते हैं।
अध्यापन कार्य
⚛️ विद्यालय के बच्चे भयमुक्त वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सके इसके लिए हमेशा प्रार्थना के समय अनुशासन, नैतिक शिक्षा और सामान्य ज्ञान पर चर्चा व परिचर्चा ।
⚛️ विषय वस्तु को बहुत ही सरल सहज कुशलता पूर्वक समझाने का प्रयास।, जो बच्चों सीख नहीं पाते उन्हें स्वरचित गीत -कविता एवं अभिनय द्वारा सिखाने का प्रयास।
⚛️ लेखन कौशल विकास हेतु बच्चों को उनके इच्छा अनुसार कोई भी चित्र बनवाना उन्हें अपनी मन की बातें लिखना विभिन्न शैक्षिक चित्रों को देखना एवं उन पर सामूहिक लेखन हेतु प्रयास ।
⚛️ पठन कौशल के लिए उनसे जुड़े हुए दैनिक गतिविधियों विभिन्न शैक्षिक चित्रों पोस्टरो पर चर्चा साथ में विभिन्न गीत कविता अभिनय जैसे गतिविधियां के माध्यम से प्रयास।
⚛️ बच्चे पढ़ाई में क्रियाशील रहे इसके लिए विभिन्न स्थानीय खेलों एवं गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा एवं प्रत्यक्ष अवलोकन स्वयं करके देखो , जैसे युक्तियों से सिखाने का प्रयास।
⚛️ कक्षा कार्य, गृह कार्य, समूह कार्य देकर नियमित जांच,साथ में smc एवम उनके पालकों के द्वारा कक्षा अवलोकन, लेखन पठन कौशल की जांच हेतु प्रेरित
विद्यालय के बच्चे सीखी हुई किसी भी अवधारणाओं को जानने के लिए योजनाबद्ध तरीको से साप्ताहिक ,मासिक, वार्षिक मूल्यांकन।
परिणाम -परीक्षा फल 100% प्रतिशत है।
अध्यापन का परिणाम व मूल्यांकन
जो बच्चे पढ़ नहीं पाते उनके लिए उपचारात्मक शिक्षण अन्य गतिविधियों के माध्यम से सिखाने का प्रयास जैसे अभिनय ,खेल ,गीत, कविता, समूह कार्य स्वयं कर सीखो एवं विद्यालय के बड़े बच्चों ,शिक्षकों , प्रेरकों ,lC से सहयोग लेकर उपचारात्मक शिक्षण एवं सहायक शिक्षण सामग्री की उपयोग।
शिक्षक की उपलब्धि
मेरे द्वारा किए गए विभिन्न प्रयास एवं पहल
से विद्यालय एवं कक्षा का वातावरण भयमुक्त आकर्षक रुचिकर तथा बच्चे पढ़ने में उत्सुक ,पाठ में निहित अवधारणाओं को और अधिक सीखें इसके लिए कबाड़ से जुगाड़ के तहत विभिन्न शैक्षिक टी एल एम का निर्माण ,स्थानीय मान, संख्या ज्ञान, स्वयं करके देखो, वर्षा मापी यंत्र ,पदार्थ की अवस्था, घटते-बढ़ते क्रम जड़ एवं पत्ती आदि शिक्षण सामग्री ।साथ में गीत, कविता ,मोबाइल वीडियो का प्रदर्शन , विभिन्न स्थानीय खेलों, अभिनय के माध्यम से सिखाना तथा प्रत्येक कक्षा अनुरूप शैक्षणिक फ्लेक्स के निर्माण।
बच्चों के लिए हमेशा शाला खुलने के पूर्व विद्यालय आना एवं जो बच्चे विद्यालय नहीं आते उन बच्चों व पालकों से निरंतर संपर्क ।
अन्य गतिविधियां
⚛️ अभिव्यक्ति कौशल लिए विद्यालय स्तर पर लाउड स्पीकर बॉक्स का क्रय साथ में सभी बच्चों को प्रार्थना पश्चात सामान्य ज्ञान पर चर्चा, रोचक शैक्षणिक कहानियों व जनउला आदि युक्तियों का प्रयोग। साथ में विद्यालय स्तर पर वाद विवाद का आयोजन, बच्चों को अपनी मन की बातें लिखने के लिए कहना और उसे पढ़ने के लिए कहना,समूह कार्य तथा विद्यालय के दीवारों को आकर्षक शैक्षणिक चित्र बनवाना । और उन चित्रों पर बातें करना ,कहानी बनाना, बच्चों की इच्छा अनुसार कोई भी चित्र बनाकर उन पर लेख लिख कर बोलने हेतु प्रेरित करना।
शालेय गतिविधियों में मेरा योगदान(सामाजिक)
⚛️ बच्चों व पालको से नियमित चर्चा सफाई के महत्व को समझाना सफाई के लिए स्वयं आगे आना,विद्यालय ग्राम स्तर पर वास क्लब का निर्माण, सफाई स्वच्छता रैली , बच्चों की नियमित जांच, ग्राम मितानिन के पास जाकर बच्चों के लिए दवाइयों की मांग व सफाई व स्वच्छता रैली मैं ग्राम प्रमुखों को जोड़ना।
परिणाम -विद्यालय के साथ-साथ ग्रामीण स्तर पर सफाई स्वच्छता के अभियान चला ।
⚛️ शाला के दीवालों को आकर्षक बनाने के लिए स्वयं की राशि देकर फ्लेक्स का निर्माण ,बच्चों के लिए टाई बेल्ट एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए साज-सज्जा वेशभूषा क्रय हेतु राशि प्रदान,तथा नए बच्चों के विद्यालय में प्रवेश के समय उनके पालकों को टाई बेल्ट एवं बैग लेने के लिए प्रेरित करना।
परिणाम -आज विद्यालय के बच्चे टाई एवं बेल्ट ,बैग के साथ विद्यालय आते हैं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम में वेशभूषा के साथ प्रदर्शन करते हैं।
⚛️ मूलभूत भौतिक सुविधाओं के लिए हमेशा s.m.c. की बैठक लेना तथा ग्राम सभा बैठक में जाना ग्राम प्रमुखों के बीच शासकीय योजनाओं की जानकारी देना ,विद्यालय की समस्याओं पर चर्चा व अवगत कराना।
परिणाम- मूत्रालय ,शौचालय सोकता निर्माण,विद्यालय हेतु बाउंड्री वॉल ,गेट , बागवानी ,बाल चौपाल की निर्माण, विद्यालय प्रांगण की ढलाई, पानी टंकी की व्यवस्था।
एक प्रयास
विभिन्न आयोजनों में भाग लिए बच्चों के लिए ग्रामीण स्तर पर ईनाम की मांग ,बच्चे की उपलब्धि में पालकों का सम्मान, ग्रामीण स्तर पर वास क्लब का निर्माण , तथा उन्हें सफाई स्वच्छता पर प्रशिक्षण देना, सफाई स्वच्छता हेतु स्वयं आगे आना ,विद्यालय गतिविधि हेतु पालक बालक व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण ,जिसमें ग्राम प्रमुखों ,मितानिन, स्व सहायता समूह, रसोईया ,प्रेरक को जोड़ना
विद्यालय स्तर पर smc, पालक बैठक ,माता उन्मुखीकरण, अन्य राष्ट्रीय त्योहारों के आयोजन में विद्यालय विकास हेतु स्वयं राशि की घोषणा कर लोगों को इनाम हेतु प्रेरित करना तथा उनसे प्राप्त प्रोत्साहन राशि से विद्यालय विकास हेतु बच्चों के लिए मध्यान भोजन के लिए थाली , टाई बेल्ट ,सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु विशेष साज-सज्जा का क्रय, दीवारों को आकर्षक बनाने का प्रयास। बागवानी हेतु स्वयं के गाड़ी से ईट लाना, विद्यालय के दीवाल पेंट करने लायक नहीं होने पर बच्चों के स्तर अनुरूप फ्लेक्स बनवाना।
विभिन्न शासकीय योजनाओं , महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धक बातों को राष्ट्रीय त्योहार एवं अन्य आयोजनों में चौक चौराहो पर जानकारी प्रदान करना।
कोविड-19 विद्यालय बंद होने की स्थिति में एक प्रयास
करोना के वजह से आज पूरे विद्यालय बंद है। इनके लिए हमारे द्वारा बनाए पालक बालक व्हाट्सएप संपर्क ग्रुप पढ़ाई का अच्छा माध्यम। साथ में ऑनलाइन कक्षा हेतु छठवीं से दसवीं तक बने व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़कर अपने विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों के बड़े भाई बहनों के बीच ऑनलाइन, ऑफलाइन कक्षा एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों से संबंधित फोटो ,वीडियो ,ऑडियो को भेजना तथा जो बच्चे जुड़ नहीं पाते उनके लिए स्कूल स्तर पर कैंप लगाकर जोड़ने का प्रयास,संकुल स्तर पर शिक्षकों के साथ मिलकर ऑनलाइन क्लास का एक ग्रुप निर्माण । पीएलसी ग्रुप से जुड़कर विकासखंड स्तर पर बच्चों के प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए समूह के सदस्यों के साथ मिलकर अनेक शैक्षणिक गतिविधियों की आयोजन ।
विद्यालय की उपलब्धियां
100% नामांकन 100% परीक्षा फल 90% ऊपर उपस्थिति 0% शाला त्यागी , सभी बच्चे टाई बेल्ट बैग के साथ विद्यालय आते हैं lभयमुक्त वातावरण, मनभावन आकर्षक शैक्षणिक दीवाल , भौतिक सुविधाओं से युक्त , विभिन्न शैक्षणिक आयोजनों में जिला स्तर पर प्रदर्शन व प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान, शैक्षणिक भ्रमण
स्वयं के दक्षता एवं उपलब्धियां
अनेक ऑनलाइन ,ऑफलाइन प्रशिक्षण में भाग। द टीचर एप में 66 से अधिक कोर्स व सर्टिफिकेट, फरवरी के फुर्तीले शिक्षक में नाम ,चाल्क लिट में 7 से अधिक कोर्स ,एलएलएफ कोर्स , न्यूपा द्वारा आयोजित कोर्स में भाग एवं सर्टिफिकेट
2007 विज्ञान गणित मेले में द्वितीय स्थान 2018 नवाचारी शिक्षक सम्मान ,2018 कोरासी परीक्षेत्र साहू समाज द्वारा सम्मान
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