टी. एल. एम. एक- भाषा अनेक –ऋतु सिंघल सहारनपुर उत्तप्रदेश/TLM UP



सामग्री- पुराना फाइल कवर, पुराने कैलेंडर, कुछ चित्र, कलर पैन, फेविकॉल, कैंची

बनाने की विधि- सर्वप्रथम फाइल कवर को पुराने कैलेंडर से कवर कर लें।  फिर चित्र में दिखाए गए अनुसार एक लंबी पट्टी काटकर उसमें चार आयताकार बॉक्स काट लें।  अब कैलेंडर को उल्टा मोड़ कर 4 लंबी पट्टियां काट ले जोकि बॉक्स में फिट आ जाएं। एक पट्टी पर विभिन्न चित्र चिपका दें। फिर एक पट्टी पर इन चित्रों के नाम हिंदी में, दूसरी पट्टी पर अंग्रेजी में, और तीसरी पट्टी पर संस्कृत में अलग-अलग क्रम में लिख लें। अब इन चारों पट्टियों को चारों बॉक्स में लगा दें। हम इन चारों पट्टियों के दूसरी तरफ भी दूसरे चित्र लगाकर  शब्द लिख सकते हैं।
टी एल एम का प्रयोग- चित्र वाली पट्टी में बच्चों से किसी भी चित्र का नाम पूछें। जैसे- हम पेड़ के चित्र पर अंगुली रखकर पूछेंगे कि यह क्या है?  बच्चे बताएंगे- पेड़। अब हम हिंदी वाली पट्टी में से पेड़ शब्द खोज कर पट्टी को ऊपर नीचे करके पेड़ के सामने मिलान करवाएंगे। इसके बाद पेड़ को अंग्रेजी में क्या कहते हैं; यह पूछकर मिलान करवाएंगे और उसके बाद पेड़ को संस्कृत में क्या कहते हैं; यह भी पूछ कर मिलान करवाएंगे।  इस प्रकार तीनों भाषाओं में चित्र से संबंधित शब्दों को मिलाने का अभ्यास बच्चों से करवाएंगे।  खेल खेल में बच्चों के तीनों भाषाओं के शब्दकोश में वृद्धि होगी।

टी एल एम का लाभ- 
1. यह टी एल एम कक्षा 3 4 व 5 सभी के लिए उपयोगी है।
2. बच्चे चित्रों को पहचानते हैं और हिंदी में उनके नामों को जानते हैं; उनके इस पूर्व ज्ञान का उपयोग करते हुए अंग्रेजी व संस्कृत में भी इनके नामों का ज्ञान कराया जा सकता है।
3. इस टी एल एम के माध्यम से खेल खेल में तीनों भाषाओं का ज्ञान कराया जा सकता है।

ऋतु सिंघल (प्रधान अध्यापिका)
प्राथमिक विद्यालय अंबेहटा चांद नंबर- एक
विकास क्षेत्र- रामपुर मनिहारान
जनपद-सहारनपुर, उत्तर प्रदेश

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